सोमवार 19 मई 2025 - 09:20
ग़ाज़ा में अस्पतालों पर इज़राईली हुकूमत के हमले जारी/उत्तरी ग़ाज़ा के सभी इलाज़ी मरकज़ बंद

हौज़ा / ग़ाज़ा की सेहत मंत्रालय ने इतवार को एलान किया है कि ज़ायोनी फौज की लगातार बमबारी के चलते उत्तरी ग़ाज़ा के तमाम सरकारी अस्पताल अब काम नहीं कर रहे हैं यानी पूरी तरह से बंद हो चुके हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ग़ाज़ा की सेहत मंत्रालय ने इतवार को एलान किया है कि ज़ायोनी फौज की लगातार बमबारी के कारण उत्तरी ग़ाज़ा के सभी सरकारी अस्पताल अब काम नहीं कर रहे हैं। आख़िरी सक्रिय अस्पताल "इंडोनेशियाई अस्पताल" भी इस्राईली हमलों और घेरेबंदी का निशाना बना है, जिसके बाद पूरे उत्तरी ग़ाज़ा में कोई भी इलाज़ की सुविधा नहीं बची है।

सेहत मंत्रालय के अनुसार, इंडोनेशियाई अस्पताल पर सुबह के वक़्त हमला किया गया, जिससे मरीज़ों, ज़ख्मियों और मेडिकल स्टाफ़ में डर और अफ़रा-तफ़री फैल गई। अस्पताल से निकलने की कोशिश करने वाले दो मरीज़ इस्राईली गोलीबारी का निशाना बने क्योंकि फौजी घेराबंदी ने निकासी के रास्ते बंद कर रखे थे।

अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर मर्वान अलसुल्तान ने हालात को "बहुत दर्दनाक" बताते हुए कहा कि ICU को सीधे निशाना बनाया गया और स्टाफ़ के कुछ सदस्य अपने परिवार के लोगों को खो चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस्राईली फौज हर मिलने-जुलने वाले व्यक्ति पर गोली चला रही है।

वहीं डॉक्टर मोहम्मद ज़क़ूत ने अल-जज़ीरा से बात करते हुए कहा कि इस्राईल जानबूझकर अस्पतालों और मरीज़ों को निशाना बना रहा है। उनके अनुसार, इंडोनेशियाई अस्पताल के ICU पर ड्रोन से हमला किया गया, जहां चार मरीज़ इलाज के तहत थे, जिनमें से दो को तुरंत विशेष देखभाल की ज़रूरत थी।

इसके अलावा, अलअउदा अस्पताल और यूरोपियन अस्पताल-ग़ाज़ा भी ज़बरदस्त हमलों की ज़द में आए हैं, जिनसे इनका आधारभूत ढांचा, ऑक्सीजन सप्लाई लाइनें और बाकी जरूरी सुविधाएं पूरी तरह तबाह हो चुकी हैं।

सेहत मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि इस्राईल बाहरी मेडिकल टीमों के आने में रुकावट पैदा कर रहा है, जबकि बच्चों में कुपोषण और भुखमरी की वजह से अब तक कम से कम 57 बच्चे अपनी जान गंवा चुके हैं।

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